मैं किसी दिन
यूं ही
तुम्हारी धड़कने बन जाना चाहता हूं
और चाहता हूँ
तुम्हारी सीने में धड़कता रहूँ
तुम जितनी भी सांसे लो
ऑक्सीजन के हर उस कतरा में
मैं बस जाऊ
मैं चाहता हूँ कि
वह दृश्य बन जाऊं
जिसे देखना तुम्हें
सबसे ज्यादा पसंद हो
मैं हर एक उस गीत का बोल
बन जाना चाहता हूं
जो तुम गुनगुनाती हो।
मैं ठीक वैसा ही बन जाना चाहता हूं
जैसा कि कोई ख़्वाब बसता है
तुम्हारी सपनों में
और फिर,एकदिन
मैं वह हकीकत बन जाना चाहता हूं
जो तुम्हारी जिंदगी का एक अभिन्न हिस्सा हो।।
©ACP
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