सुबह जब सूरज आया भी नहीं होता,
सारा सिस्टम मेरी कानों में चिल्लाने लगता है
मेरी आँखों में ही नहीं
मेरी नाक तक में पानी डाल देता है
और बिस्तर से घसीट कर
बाथरूम तक मुझे ले जाता है।
सारा सिस्टम मेरी कानों में चिल्लाने लगता है
मेरी आँखों में ही नहीं
मेरी नाक तक में पानी डाल देता है
और बिस्तर से घसीट कर
बाथरूम तक मुझे ले जाता है।
हमेशा की तरह मेरी बीवी
मेरी हाथो में टिफिन पकड़ा देती है
और किसी अन्य काम में लग जाती है
मैं अनमने मन से फ्लैट से नीचे उतरता हूँ,
ऑटो पकड़ता हूँ और मेट्रो पहुंचता हूँ
मेट्रो के सैकड़ों बेमन चेहरों में
एक चेहरा मेरा भी होता है।
मेरी हाथो में टिफिन पकड़ा देती है
और किसी अन्य काम में लग जाती है
मैं अनमने मन से फ्लैट से नीचे उतरता हूँ,
ऑटो पकड़ता हूँ और मेट्रो पहुंचता हूँ
मेट्रो के सैकड़ों बेमन चेहरों में
एक चेहरा मेरा भी होता है।
ऑफिस में वर्षों से किए जा रहे काम को
मैं दोहराता जाता हूँ, और
जब तक कि सारा सिस्टम मेरे माथे से उतरकर शाम को अगली सुबह तक के लिए,
मुझे आज़ाद नहीं कर देता,
मैं वहीं बैठा रहता हूँ और
उस पुराने डेस्कटॉप को ताकता रहता हूँ।
मैं दोहराता जाता हूँ, और
जब तक कि सारा सिस्टम मेरे माथे से उतरकर शाम को अगली सुबह तक के लिए,
मुझे आज़ाद नहीं कर देता,
मैं वहीं बैठा रहता हूँ और
उस पुराने डेस्कटॉप को ताकता रहता हूँ।
शाम का होना
मेरे जीवन में सूर्योदय के होने जैसे है
जैसे जैसे अंधेरा छाता है,
मेरा जेहन खिलता जाता है, और
मैं ऊर्जावान महसूस करने लगता हूँ।
मेरे जीवन में सूर्योदय के होने जैसे है
जैसे जैसे अंधेरा छाता है,
मेरा जेहन खिलता जाता है, और
मैं ऊर्जावान महसूस करने लगता हूँ।
ऐसा लगने लगता है,
कि रात अपनी है,
सारा आसमान अपना है।
कि रात अपनी है,
सारा आसमान अपना है।
दिन की अपेक्षा, रात मुझे ज्यादा अपनी लगती है
जहाँ रात के अंधेरे में,
मुझे कोई अपने मन की करने से,
रोक नहीं रहा होता,
कोई मुझे घंटो आसमान में,
झांकने से भी नहीं रोकता
और न ही कोई मुझे बताता है कि
ये करो, वो करो।
जहाँ रात के अंधेरे में,
मुझे कोई अपने मन की करने से,
रोक नहीं रहा होता,
कोई मुझे घंटो आसमान में,
झांकने से भी नहीं रोकता
और न ही कोई मुझे बताता है कि
ये करो, वो करो।
उजाले की न सही,
मैं अंधेरे का ख्वाब होता हूँ।
मैं अंधेरे का ख्वाब होता हूँ।
यह जानते हुए भी कि
फिर कल सुबह सिस्टम मुझे जकड़ लेगा,
मुझे रात का ख्वाब होना अच्छा लगता है।
फिर कल सुबह सिस्टम मुझे जकड़ लेगा,
मुझे रात का ख्वाब होना अच्छा लगता है।
Comments
Post a Comment